Sunday 1 November 2015

http or https kya hai?

परिचय :
    http की फुल form है ,hyper text transfer protocol. इसका अविष्कार १९६५  में टेड नेलसन ने किया था।
काम :
हम जब किसी भी ब्राउज़र में कोई भी वेबसाइट खोलते है तो  address bar में www से पहले http लिखा आता है। लेकिन क़ुछ वेबसाइट के आगे https लिखा आता है। यहां https का मतलब hyper text transfer protocol secure है। यह एचटीटीपी  का दूसरा वर्ज़न है।


एचटीटीपी s आम तोर पे  encrypt communication के  लिए इन दो secure protocol का इस्तेमाल करते है।
१. SSL (secure socket layer )
२. TLC(transport layer security )

जब भी हम एचटीटीपी s  पेज के  लिए जाते हैं तो पहले वेबसाइट अपना SSL certificate browser को भेजती  है। फिर दोनों में सीक्रेट communication होती है ,अगर सब कुछ सही  हो तो ,आपको एचटीटीपी s के आगे एक ताला दिखाई देता है। जो security का symbol है।जैसे कि आप निचे image में देख सकते हैं।




  तो जैसे भी आप green lock का  symbol देखें तो समझ  लीजिये कि वो साइट SSL से secure है।

 जो websites just एचटीटीपी में होती हैं उनमें ट्रांसफर होने वाला डाटा plain text में होता है। जो कोई भी hacker आसानी से उसे read कर सकता है।
ऐसी websites पर अपनी personal information देना हानीकारक हो सकता है। अपने बैंक खाता या डेबिट ,क्रेडिट कार्ड की जानकारी देने से पहले उस साईट की security जरूर देखे।

 इस पोस्ट को लेकर अगर कोई डाउट है या फिर नेट से related और कोई जानकारी चाहिये तो आप comment  करके पूछ सकते है। आपकी मदद करके मुझे खुसी होगी।

                                                                                                         धन्यवाद
 

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